जालन्धर(NIN NEWS): वैसे तो जालन्धर शहर में अवैध इमारतों का बनना एक आम बात है परंतु अगर हम बात करे जालन्धर कैंट एरिया की तो यहाँ भी अवैध बिल्डिंगों की भरमार है और कार्यवाही के नाम पर कैंट बोर्ड के अधिकारी गाँधी जी के तीन बंदरो की तरह अपनी आँखे, अपने कान और अपना मुंह बंद कर अपने दफ्तरों मे बैठे है।
जालन्धर कैंट एरिया में पड़ते हरदयाल रोड पर मकान न 13 के बिल्कुल समाने एक फर्नीचर वाले ने सभी नियमो और माप दंडो को तक पर रख कर तीन मंजिला शोरूम खड़ा कर दिया है। इस शोरूम के मालिक के पास बिल्डिंग बनाने की न तो कैंट बोर्ड की कोई मंजूरी ली गई है और न ही कैंट बोर्ड के अधिकारियो की और से उक्त बिल्डिंग का कोई नक्शा पास किया गया है।
जानकारों की माने तो उक्त बिल्डिंग के मालिक की जालन्धर कैंट के अधिकारियो के साथ साठ गांठ है जिसकी की वजह से पहले दिन से लेकर आज तक उक्त बिल्डिंग पर कोई ठोस कार्यवाही नही की गई।
इस मामले में जब कैंट बोर्ड के अधिकारी दिनेश शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि उक्त बिल्डिंग सनदीप फर्नीचर के मालिक द्वारा बनाई जा रही है और उक्त बिल्डिंग के मालिक को काफी समय पहले नोटिस जारी किए गए थे पर उसके बाद कोई कार्यवाही विभग द्वारा अभी तक नही की गई है, जब कार्यवाही न करने या होने का कारण उनसे पूछा गया तो उनके पास कोई जवाब नही था तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए और गैर जिमेदारना तरीके से कहा कि वह कुछ जवाब नही दे सकते इतना केह कर अशिकारी दिनेश शर्मा द्वारा किसी दूसरे अधिकारी मनजिंदर सिंह से मिलने को कहा परंतु जब उनसे उक्त बिल्डिंग के बारे में पूछा गया तो उनके पास भी कोई जवाब नही था कि उक्त अवैध बिल्डिंग पर कोई कार्यवाही अभी तक क्यों नही की गई।
आगे जानकर ये भी बताते है कि जालन्धर कैंट व कैंट बोर्ड में एक एसोसिएशन का कथाकथित प्रधान कैंट मे किसी भी अवैध बिल्डिंग पर कार्यवाही रुकवाने के एवज मे लाखो रुपये लेकर सरकारी खजाने को मोटी चपत लगा रहा है और इस कथाकथित प्रधान के साथ जालन्धर कैंट बोर्ड के कुछ अधिकारी भी मिले हुए है जिसका खुलासा हम अगले भाग में करेंगे।
दोस्तो जालन्धर कैंट बोर्ड के अधिकारियों के इस रवैये से साफ जाहिर होता है कि कही न कही दाल में कुछ काला है।
अगले भाग में आपको बताएंगे कि जालन्धर कैंट में एक गाने के बोल सही साबित हो रहे है “साढ़ा चल द ए धक्का ऐसी ता करदे” व “साढ़ा यार कैंट बोर्ड दा बन्द सानू कदा डर”