
जालन्धर(ब्यूरो): नगर निगम जालंधर आए दिन शहर में चर्चा का विषय बना रहता है चाहे बात करें अवैध कॉलोनीयों की या बात करें शहर में बन रही अवैध इमारत की आम आदमी पार्टी के राज में शहर में मानो अवैध बिल्डिंग के बनने की भरमार हो गई हो इसी तर्ज पर शहर में आए दिन अवैध कॉलोनिया भी काटी जा रही है जिस पर नगर निगम के कमिश्नर से लेकर बिल्डिंग इंस्पेक्टर तक की एक नहीं चलती जिसका उदाहरण जालंधर के खुरला खिंगरा मे फ्लैटों के साथ काटी कॉलोनी के बाहर बनाई जा रही दर्जनों अवैध दुकानों/मार्केट को देखने को मिलता है।

कुछ दिन पूर्व नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर गुरदेव सिंह तथा एटीपी विनोद कुमार द्वारा उक्त दर्जनों के हिसाब से बनाई जा रही अवैध दुकानों का काम रुकवाया गया था जिसके चलते उक्त अवैध दर्जनों दुकानों का काम कुछ समय के लिए बंद रखा गया परंतु भू माफिया के लोगों द्वारा कुछ दिन काम बंद रखने के बाद उक्त अवैध दर्जनों दुकानों का काम फिर से शुरू कर दिया गया है।

अगर बात करें नगर निगम अधिकारियों की तो ऐसा लगता है कि इन भूमि माफिया के लोगों पर नगर निगम के कमिश्नर से लेकर बिल्डिंग इंस्पेक्टर तक की नहीं चलती जिसका जीता जागता उदाहरण उक्त कॉलोनी के बाहर बनाई जा रही दर्जनों अवैध दुकानों को देखने में मिलता है। इन अवैध दुकानों की कई शिकायतें नगर निगम के कमिश्नर के पास पहले ही पहुंच चुकी है जिसके बाद कुछ दिन पूर्व काम को रुकवाया गया था परंतु आज अचानक काम फिर से भू माफिया के लोगों द्वारा शुरू कर दिया गया है अब इस दाल में कितना कुछ काला है यह तो नगर निगम के कमिश्नर या उक्त एरिया के एटीपी विनोद कुमार या बिल्डिंग इंस्पेक्टर गुरदेव सिंह जी बता सकते हैं।
