गुजरात में 18-44 आयुवर्ग के 23 लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण

अहमदाबाद. गुजरात में एक मई से 18-44 आयु वर्ग के 23 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 टीके (Covid-19 Vaccine) की निशुल्क खुराकें दी गयी हैं. राज्य सरकार ने शनिवार को यह जानकारी दी. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया, ‘‘18-44 आयु वर्ग के 23,63,254 लोगों ने अब तक टीके की खुराक ली है. शनिवार को इस वर्ग के 2,63,507 लोगों को टीके दिए गए. राज्य सरकार ने इससे पहले रोज 18-44 आयु वर्ग के 2.25 लाख लोगों समेत तीन लाख लोगों के टीकाकरण की योजना की घोषणा की थी.
सरकार ने चार जून से इस आयु वर्ग के लिए सभी 33 जिलों में इस अभियान को शुरू किया. इससे पहले केवल 10 जिलों में इस समूह के लोगों को टीके दिए जा रहे थे. विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्य सरकार ने इस आयु वर्ग के लिए टीके खरीदने पर 93.15 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. विज्ञप्ति में कहा गया कि तीन करोड़ और खुराकों के ऑर्डर पहले ही दिए जा चुके हें. शनिवार को 2,63,507 लोगों को टीके दिए गए. इनमें से 79,896 टीके नगर निगम क्षेत्र में और 1,98,123 टीके दूसरे क्षेत्रों में दिए गए. विज्ञप्ति के मुताबिक शुक्रवार को 18-44 आयु वर्ग के 1,92,692 लोगों को टीके की खुराकें दी गयी.
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फर्जी जानकारी फैलाने वालों पर होगी कार्रवाईइससे पहले गुजरात सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह कोविड-19 के टीके के खिलाफ फर्जी जानकारी और अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम के तहत कार्रवाई करेगी.
राज्य के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में कोविड टीके के खिलाफ फैलाई जा रही अफवाहों, अंधविश्वास और भ्रांतियों के कारण लोग टीकाकरण के लिए आगे नहीं आ रहे हैं.
गांधीनगर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘लोग कोविड टीके को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों, अंधविश्वास और भ्रांतियों के झांसे में आ जा रहे हैं. लोगों को यह बताया जा रहा है कि यदि कुछ रीति-रिवाजों का पालन किया जाए तो टीके की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसी कारण राज्य के कुछ हिस्सों में लोग टीकाकरण के लिए आगे नहीं आ रहे हैं.’
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गुजरात के स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभालने वाले नितिन पटेल ने कहा कि टीके के खिलाफ अफवाह और झूठी जानकारी फैलाने के मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सरकार ने टीके के फायदे के बारे में जागरूकता फैलाने और अंधविश्वास को खत्म करने के लिए विधायकों, पार्टी कार्यकर्ताओं, धार्मिक नेताओं, स्थानीय अधिकारियों और गैर सरकारी संगठनों को टीकाकरण अभियान से जोड़ा है.
(Disclaimer: यह खबर सीधे सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे News18Hindi टीम ने संपादित नहीं किया है.)