श्रीलंका में जहाज पर लगी आग को बुझाने में जुटे भारत के वैभव और व्रज, मीलों तक दिख रहा है धुआं


मंगलवार को एक विस्फोट के बाद, जहाज में से चालक दल के 25 कर्मियों को बचाया गया है.
कोस्टगार्ड को ख़बर मिलते ही तूतीकोरिन में जो तैनाज जहाज वैभव जो कि समुद्र में था उसे कोलंबो की तरफ रवाना किया गया. मौसम ख़राब था बारिश तेज थी और समुद्र में तेज हवाओं के साथ ऊंची लहरे उठ रही थी. इसके बावजूद भारतीय कोस्टगार्ड का जहाज महज़ 6 से 7 घंटे में घटना स्थल तक पहुंच गया.
समुद्र में तेल फैलने से रोकना है सबसे बड़ी चुनौती समुद्र में फैले तेल के प्रदूषण से निपट सकते है. जहाज में 322 मैट्रिक टन तेल मौजूद है हालांकि ये जहाज डबल हल है तो फिलहाल किसी तरह का तेल का रिसाव तो दिख नहीं रहा है लेकिन जैसे ही टूटेगा तो तेल बाहर आएगा. समुद्र मे तेल के प्रदूषण एक सबसे बड़ी चुनौती है. इसको रोकने के लिए श्रीलंका ने भारत से मदद मांगी है.
डिप्टी डॉयरेक्टर जनरल (ऑपरेशन) के आर सुरेश के मुताबिक फिलहाल जो धुआं उठ रहा है उसका रंग अब काले से सफ़ेद होता जा रहा है जिसका मतलब है कि जो ज्वलनशील पदार्थ है वो जल कर कम हो गया है. हम लगातार नजर बनाए हुए है. इस जहाज में तकरीबन 1500 के क़रीब कंटेनर लदे हुए थे, जिसमें नाइट्रिक एसिड भी मौजूद था. आग लगने के बाद 15-20 कंटेनर समुद्र में गिर गए. जिस वक़्त इस जहाज में आग लगी थी तो उस वक़्त में कुल 25 लोग सवार थे जिमें 5 भारतीय भी शामिल थे जिन्हें श्रीलंका प्रशासन ने पहले ही सुरक्षित निकाल लिया था. 2020 में भी हुआ था इस तरह का हादसा इसी तरह का एक हादसा साल 2020 में श्रीलंका तट के पास MT न्यू डायमंड ऑयल टैंकर में भीषण आग लगी थी. उस जहाज में 2.7 लाख मैट्रिक टन तेल था उस वक़्त भी भारतीय कोस्ट गार्ड की मदद मांगी गई थी.