महाराष्ट्र में कोविड-19 के 20,295 नए केस, 31,964 लोग ठीक हुए; 443 मौतें हुईं

मुंबई. महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस के 20,295 नए मामले (Maharashtra Coronavirus Cases) सामने आए और 443 मौतें हुईं, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 57,13,215 हो गए और मृतकों की संख्या बढ़कर 94,030 हो गई. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी. विभाग ने कहा कि 31,964 रोगियों को दिन में अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई, जिससे महाराष्ट्र में ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 53,39,838 हो गई.
महाराष्ट्र में अब उपचाराधीन रोगियों की संख्या 2,76,573 रह गई है. 2,58,799 नई जांच के साथ, महाराष्ट्र में अब तक जांच की गई नमूनों की संख्या बढ़कर 3,46,08,985 हो गई. विभाग ने कहा कि मुंबई में कोविड-19 के 1,038 नए मामले सामने आए और 25 मौतें हुईं, जिससे शहर में संक्रमण के मामले बढ़कर 7,03,560 हो गए और मरने वालों की संख्या 14,775 हो गई. राज्य में शुक्रवार को 20,740 मामले दर्ज हुए थे और 424 लोगों की मौत हुई थी.
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मुंबई में एक दिन में 25 मौतेंवहीं मुंबई में शनिवार को कोरोना वायरस के 1048 केस सामने आए हैं जबकि 1359 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है. बीते एक दिन में मुंबई में 25 लोगों की मौत हुई है. वर्तमान में मुंबई में 27,617 एक्टिव केस हैं जबकि अब तक 6 लाख 59 हजार 899 लोग ठीक हो चुके हैं. मुंबई में कोरोना वायरस से अब तक 14,833 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
वहीं कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में प्रशासन ने 50 बिस्तरों की क्षमता वाले बाल रोग गहन चिकित्सा इकाई की स्थापना करने की योजना बनाई है. औरंगाबाद के सिविल सर्जन डॉ सुंदर कुलकर्णी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने के खतरे को ध्यान में रखते हुए प्रशासन तमाम स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की योजना बना रहा है.
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डॉ कुलकर्णी ने कहा, ‘ हमारे पास 15 बाल रोग विशेषज्ञ हैं. हम 50 वेंटिलेटर खरीदने और बच्चों के लिए उपयुक्त बिस्तरों की व्यवस्था करने की भी योजना बना रहे हैं. सोमवार को जिला स्तर पर होने वाली बैठक में हम अपनी आवश्यकताओं के बारे में बताएंगे.’
इस बीच, औरंगाबाद जिला परिषद के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ उल्हास गंडल ने कहा कि अगले पांच से छह दिनों के भीतर बच्चों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर एक विस्तृत योजना तैयार कर ली जाएगी.
गौरतलब है कि इस महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक औरंगाबाद में कम से कम नौ हजार बच्चों का इलाज हो चुका है.
(Disclaimer: यह खबर सीधे सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे News18Hindi टीम ने संपादित नहीं किया है.)