कोरोनाः महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने 15 दिनों के लिए बढ़ाई पाबंदी, तीसरी लहर खातिर टास्क फोर्स गठित

नई दिल्ली. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया है. राज्य के कुछ जिलों में लॉकडाउन जैसी पाबंदियों में ढील दी गई है, जबकि कुछ जिलों में पाबंदियां और सख्त कर दी गई हैं. मुख्यमंत्री ठाकरे ने विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि राज्य सरकार पर ‘अनलॉक’ करने को लेकर दबाव ना बनाएं, हमें मजबूरी वश लॉकडाउन को बढ़ाना पड़ रहा है. राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को बढ़ाया जा रहा है और अनलॉकिंग की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से की जाएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बारे में किसी को अंदाजा नहीं था, इसका प्रकोप काफी बड़ा है. राज्य सरकार महामारी में अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए योजना बना रही है.
स्कूली बच्चों की परीक्षाओं पर उद्धव ठाकरे ने कहा, “राज्य सरकार ने 10वीं की परीक्षा नहीं कराने का फैसला किया है. 12वीं की परीक्षा पर भी समीक्षा चल रही है. हम इंतजार कर रहे हैं कि केंद्र सरकार क्या फैसला लेती है. मैं प्रधानमंत्री से रिक्वेस्ट करूंगा कि वे 12वीं के बच्चों को लेकर सर्वमान्य फैसला लें. हम उम्मीद करते हैं कि 12वीं की परीक्षा के बारे में केंद्र सरकार मार्गदर्शन करेगी और सभी राज्यों के लिए एकसमान नियम होने चाहिए. मौजूदा हालात में क्रांतिकारी फैसलों की आवश्यकता है, ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई ऑनलाइन जारी रख सकें.”
कोरोना को काबू करने में लॉकडाउन मददगार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लॉकडाउन लगाने से वायरस संक्रमण को रोकने में मदद मिली है. राज्य के हर व्यक्ति को गांव, तहसील और जिले को कोरोना मुक्त रखने के लिए अपना योगदान देना होगा. उन्होंने कहा कि खेती से जुड़े प्रतिष्ठान खुले रहेंगे क्योंकि खरीफ के सीजन की शुरुआत होने वाली है.उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर की तैयारी के लिए पीडियाट्रिक डॉक्टरों का टास्क फोर्स गठित किया गया है. इसके साथ ही सभी योग्य लोगों को टीका लगाने की योजना है. हालांकि वैक्सीन की कमी एक बड़ा चैलेंज है.
जल्द शुरू होगा 18 से 44 का टीकाकरण
उन्होंने कहा कि हम जल्द ही 18 से 44 साल के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान को दोबारा शुरू करेंगे. ठाकरे ने बताया कि राज्य में म्यूकोरमायकोसिस के 3 हजार मामले हैं और दूसरी लहर के दौरान राज्य में ऑक्सीजन की डिमांड 1700 मीट्रिक टन पहुंच गई थी, जबकि राज्य में 1300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन होता है. मुख्यमंत्री ने माना कि राज्य के कुछ जिलों में खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में कोविड संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, दूसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज थी और रिकवरी रेट भी पहली लहर के मुकाबले तेज है. उन्होंने कहा कि हम पाबंदियां नहीं लगाना चाहते हैं.
कंस्ट्रक्शन वर्करों में बांटे 155 करोड़ रुपये
पिछले कुछ दिनों में राज्य में कोरोना के मामले लगातार कम हुए हैं. लेकिन अब भी संक्रमण के मामलों की संख्या पहली लहर के बराबर है. कोरोना के मामलों में गिरावट अभी भी उम्मीद के मुताबिक नहीं है. मुख्यमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन जैसी सख्ती के दौरान जरूरतमंदों को 2.74 लाख मीट्रिक टन अनाज वितरित किया गया है. कंस्ट्रक्शन वर्करों को 155 करोड़ रुपये और घरेलू वर्कर्स को 34.42 लाख रुपये सहायता के रूप में वितरित किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि टाउते तूफान के चलते कोरोना महामारी से लड़ाई में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. हालांकि ठाकरे ने जोर देकर कहा कि प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए दिए जाने मुआवजे के नियमों में बदलाव होना चाहिए.
पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,600 नए केस आए हैं, जबकि 402 लोगों की मौत हुई है. राज्य में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 57,31,815 है, जबकि रविवार को हुई 402 लोगों की मौत को मिलाकर कुल 94,844 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई है.
मुंबई की बात करें तो देश की आर्थिक राजधानी में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 7,04,622 है, जबकि नए केस की संख्या 1062 है. पिछले 24 घंटे में कोरोना से 22 लोगों की मौत हुई है, जबकि शहर में कुल 14,797 लोगों की संक्रमण के चलते हुई है.