क्या महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन लोटस’ का खतरा है? जानें शरद पवार-देवेंद्र फडणवीस की बैठक पर शिवसेना ने क्या कहा
देवेन्द्र फडणवीस हाल ही में शरद पवार से मुलाकात करने उनके पर आवास गए थे.
Maharashtra News: शिवसेना ने संपादकीय में लिखा, ‘फडणवीस और शरद पवार के बीच हाल में हुई बैठक में कोई गोपनीयता या रहस्य नहीं है. जिन लोगों को ऐसा लगता है वे शरद पवार को अच्छी तरह नहीं जानते हैं.’
मुंबई. शिवसेना ने शरद पवार और महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच हालिया बैठक को बुधवार को तवज्जो नहीं दी और कहा कि बैठक में कुछ भी ‘गोपनीय’ नहीं है क्योंकि राकांपा प्रमुख का ऐसा व्यक्तित्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेता विभिन्न मुद्दों पर उनकी सलाह लेते रहते हैं. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में इन कयासों को भी खारिज कर दिया गया कि सोमवार की बैठक के बाद ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल होगी.
संपादकीय में लिखा गया है, ‘फडणवीस और शरद पवार के बीच हाल में हुई बैठक में कोई गोपनीयता या रहस्य नहीं है. जिन लोगों को ऐसा लगता है वे शरद पवार को अच्छी तरह नहीं जानते हैं.’ फडणवीस ने सोमवार की सुबह मुंबई में शरद पवार के आवास पर उनसे मुलाकात की थी. बैठक के बाद फडणवीस ने कहा कि सर्जरी से ठीक होने के बाद पवार (80) के साथ यह शिष्टाचार मुलाकात थी.
शिवसेना महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का नेतृत्व कर रही है जिसमें राकांपा और कांग्रेस भी शामिल हैं. संपादकीय में कहा गया कि पवार ‘आराम’ करने में विश्वास नहीं करते हैं और उनके समर्थक एवं आलोचक ‘उन्हें व्यस्त रखते हैं.’ इसने कहा, ‘फडणवीस की पवार से मुलाकात पर कई तरह की कयासबाजियां शुरू हो गईं. कुछ ने कहना शुरू कर दिया कि महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन लोटस’ चल रहा है. बहरहाल, फडणवीस ने जो कहा वह सच है. यह पूरी तरह शिष्टाचार मुलाकात थी. पवार न केवल महाराष्ट्र के नेता हैं, बल्कि वह पूरे देश के नेता हैं. प्रधानमंत्री मोदी सहित तमाम नेता उनसे विभिन्न मुद्दों पर सलाह लेते हैं.’
शिवसेना ने इंदिरा गांधी और समाजवादी नेता जय प्रकाश नारायण की मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ नेताओं का व्यक्तित्व राजनीति से ऊपर होता है जैसा कि पवार का है. शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र में कई नेता पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे से उनके आवास ‘मातोश्री’ में मुलाकात करने आते थे.