राष्ट्रीय

रूस का दावा- बुजुर्गों पर 83% तक प्रभावी है सिंगल डोज वाली स्पुतनिक लाइट वैक्सीन

रूस की सिंगल डोज वाली स्पुतनिक लाइट वैक्सीन (सांकेतिक तस्वीर)

रूस की सिंगल डोज वाली स्पुतनिक लाइट वैक्सीन (सांकेतिक तस्वीर)

Sputnik Lite Corona Vaccine: कोविड रोधी रूस की वैक्सीन स्पुतनिक V (Sputnik V) का नया वर्जन बताई जा रही इस वैक्सीन को मई में ही मंजूरी दी गई थी.

नई दिल्ली. सिंगल डोज वाली रूस की स्पुतनिक लाइट (Sputnik Light) कोविड वैक्सीन बुजुर्गों में करीब 83 फीसदी तक प्रभावी पाई गई है. ये आंकड़े अर्जेंटीना से इकट्ठा किए गए हैं. ब्यूनस आयर्स प्रांत के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए इन आंकड़ों के मुताबिक स्पुतनिक लाइट बुजुर्गों में 78.6-83.7 फीसदी तक प्रभावी पाई गई है. रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने इस बारे में जानकारी दी है. कोविड रोधी रूस की वैक्सीन स्पुतनिक V (Sputnik V) का नया वर्जन बताई जा रही इस वैक्सीन को मई में ही मंजूरी दी गई थी. उस समय आरडीआईएफ ने इसे दो खुराक वाली स्पुतनिक V से बेहतर करार दिया था.

5 दिसंबर 2020 से 15 अप्रैल 2021 के बीच रूस में चले व्यापक टीकाकरण अभियान में स्पुतनिक लाइट वैक्सीन दी गई थी जिसके 28 दिन बाद इसका डाटा इकट्ठा किया गया था. दुनिया भर में अब तक 60 देश रूस की वैक्सीन को मंजूरी दे चुके हैं. भारत में भी स्पुतनिक V वैक्सीन दी जा रही है. वहीं भारत सरकार को भी कोविड-19 की स्पुतनिक लाइट टीके के भारत में जल्द आने की उम्मीद है. रूसी विनिर्माता एवं उसके भारतीय साझेदारों सहित सभी पक्षों को देश के टीकाकरण अभियान को बढ़ावा देने को लेकर टीके के लिए आवेदन तथा नियामकीय मंजूरी प्रक्रियाओं को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- भारत में कैसे मिलेगी फाइजर की वैक्सीन? कंपनी ने कहा, सरकार से हो रही बात

सूत्रों ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में स्पुतनिक लाइट के लिए नियामकीय मंजूरी लेने के लिये आवेदन दायर किए जाने की उम्मीद है और यह भारत में मिलने वाली एकल खुराक वाला टीका बन सकता है. कोविड-19 टीकों की घरेलू उपलब्धता को बढ़ाने के लिए हाल के दिनों में सरकार के शीर्ष अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत हुई हैं.मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि साथ ही स्पुतनिक की एकल खुराक आने के साथ मौजूदा दो खुराक वाली स्वीकृत स्पुतनिक-V टीके की दूसरी खुराक में इस्तेमाल किया जाना वाला रिकॉम्बिनेंट एडिनोवायरस टाइप-5 (आरएडी-5) घटक के महत्व का मुद्दा भी गैर जरूरी हो जाएगा. विनिर्माता इस घटक के उत्पादन को लेकर असहज हैं.

Youtube Video

बैठक में यह भी कहा गया कि मई 2021 में स्पुतनिक-V की छह लाख आयातित दोहरी खुराक, जून में एक करोड़ खुराक और जुलाई में कुल 2.8 करोड़ खुराक (2.4 करोड़ आयातित एवं 40 लाख भारत में निर्मित) उपलब्ध होंगी.





Source link

News India Now

News India Now is Government Registered Online Web News Portal.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Light
Dark