शिवसेना बालासाहिब ठाकरे शिंदे ग्रुप, जिला प्रमुख दिनेश चौहान ( जालन्धर )
हिन्दू समाज के लिए बेहद विचारणीय और शर्मसार करने वाली बात है। जैसा कि हम आए दिन देखते हैं कि मंदिरों में, गली मोहल्लों में या फिर किसी भी धार्मिक या सामाजिक संस्थाओं द्वारा माता रानी के जागरण या चौकी करवाई जाती है जिसमे की अलग अलग तरह की झांकियां दिखाई जाती हैं और उनमें किसी भी देवी देवता का एक प्रतिरूप बनाया जाता है और बहुत ही बेहूदा तरीके से पेश किया जाता है गंदे और बड़े मेकअप करवा कर नृत्य प्रस्तुत किया जाता है, अब इसमें विचारणीय विषय ये है कि क्या सत्य सनातन धर्म संस्कृति में कहां और किस देवी या देवता ने ऐसा बेहूदा कृत्य किया है, हमारा हिन्दू समाज इतना नीचे गिर गया है कि अपने धर्म का ही मज़ाक उड़ाने में ज़रा भी गुरेज नहीं करते। जिन लोगों को भगवान का रूप दिया जाता है मैं पूछता हूं कि क्या उन लोगों के चरित्र पर कभी ध्यान दिया जाता है वो लोग जो टके टके में अपनी अस्मिता बेचते फिरते हैं शराब पीने वाले और मांस खाने वाले लोग अब हमारे आराध्य देवी देवता का रूप धारण करेंगे। और सबसे बड़ी व्यथा लिखूंगा के ये सब करवाने वाले लोग और कोई नहीं बल्कि अपने ही धर्म के मतावलंबी हैं।
मैं पूछता हूं सारे हिन्दू समाज से कि और किसी भी धर्म में ये सब क्यों नही है क्या किसी ने भी कभी भी कहीं भी किसी भी धर्म में चाहे वो सिख समुदाय हो, मुस्लिम समुदाय या क्रिश्चन समुदाय में हो अपने गुरुओं या पगंबरो का ऐसा बेहूदा रूप पेश किया है। फिर क्यों हमारे ही धर्म संस्कृति के लोग ये कुकृत्य करने में अपनी शान समझते हैं।
कोई भी एक हिन्दू ऐसा हो तो मुझे बताए की क्या वो दिल से चाहता है कि हमारे आराध्य भगवान को इस तरीके से सड़को पर स्टेज पर लोगों के मनोरंजन मात्र के लिए पेश किया जाना सही लगता हो , नहीं शायद किसी को भी ये सब अच्छा नहीं लगता होगा तो फिर क्यों आप लोग इजाज़त दे रहे हो जागरण में ये सब करवाने की क्यों विरोध नहीं करते इसका।
मैं दिनेश चौहान जिला प्रमुख ( शिवसेना बालासाहिब ठाकरे)इसका डटकर विरोध करता हूं और आगे भी करता रहूंगा।
मैं अपील करता हूं समस्त हिन्दू संगठनों से के आओ हम सब मिलकर इसका पुरजोर विरोध करें और ऐसे नियम बनाएं की कोई भी हमारे आराध्य देवी देवता का इस तरह से सरेराह मज़ाक ना बना सके ।