सिद्धार्थनाथ सिंह- UP Cabinet Minister Siddharth Nath Singh said Those who stop baraat in aligarh will not spared also high level investigation upas
अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) जिले में मस्जिद (Mosque) के सामने से बारात निकालने को लेकर हुए बवाल के बाद दो समुदायों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. मामले में पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और एहतियातन इलाके में भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई है. वहीं पूरे मामले में बोले यूपी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि योगी सरकार में किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है. सरकार ऐसे लोगों पर बड़ी कार्रवाई करेगी. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मामला सामने आते ही हमने दबंगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली, उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार में कानून व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है. जिन लोगों ने बारात रोकने की कोशिश की, मारपीट की, उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हम इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच भी कराएंगे.
ये है पूरा मामला
बता दें घटना टप्पल थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव की है. पुलिस के अनुसार नूरपुर गांव में बीते 26 मई को बहुसंख्यक समाज के एक युवक की बारात (Marriage Procession) गाजे-बाजे के साथ एक मस्जिद (Mosque) के सामने से गुजर रही थी. जिसे लेकर दूसरे समुदाय के लोगों ने मस्जिद के आगे गाना बजाने पर आपत्ति जाहिर की थी. मामले में बहुसंख्यक समाज के लोगों थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है जिसमें आरोप लगाया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने बारात पर पथराव किया और लाठी से हमला किया. इस घटना में बारात में शामिल कई लोगों को चोट आई है और उनकी गाड़ियों के शीशे टूट गए.इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
पुलिस ने इस मामले में वकील, कलुआ, मुस्तकीम, शरफू, अंसार, सोहेल, फारूक, अमजद, तौफीक, शाजोर, लेहरु और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान (IPC) तथा दलित एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
पीड़ित लोगों ने पलायन की जताई इच्छा
घटना से दुखी कई लोगों ने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिख दिया है. वहीं जिस घर में शादी हो रही थी, वहां के परिवार के सदस्यों ने सोमवार को एक वीडियो जारी कर यह आरोप लगाया कि वो 26 मई की घटना से बहुत दुखी हैं. इस वजह से उन्होंने अपने घरों के बाहर ‘मकान बिकाऊ है’ होने का पर्चा चिपका दिया है. वो किसी और जगह पर पलायन करना चाहते हैं क्योंकि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उन्हें परेशान करते हैं.
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम और विधायक अनूप प्रधान ने गांव का दौरा किया और पीड़ित पक्ष को भरोसा दिया कि किसी को भी अपनी सुरक्षा की चिंता करने की जरूरत नहीं है. सतीश गौतम ने कहा, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में किसी भी व्यक्ति के पलायन का कोई सवाल ही नहीं उठता. इस मामले में दोषी लोगों को ऐसी सजा दी जाएगी जो मिसाल बनेगी.’
उधर, अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने कहा कि उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि सांसद उनकी बात भी सुनेंगे, लेकिन यह उम्मीद बेकार गई. उन्होंने 26 मई को मस्जिद के सामने से बारात निकाले जाने को लेकर उनके द्वारा किसी भी तरह का हमला किए जाने के आरोपों से इनकार किया.
मामले में पुलिस का कहना है कि वो इस मामले की जांच कर रही है और जिसने भी माहौल खराब करने की कोशिश की है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.