इल्लीगल बिल्डिंग दमोरिया पुल से किशन पूरा वाली रोड पर। सीलिंग के आर्डर होने के बाद भी अभी तक नही की गई सीलिंग,जोकि एक सवालिया निशान है।
बिल्डिंग बाइलॉज को दरकिनार करके तीन मंजिली इमारत बन रही हैं जबकि नियमों के मुताबिक इस क्षेत्र में एक मंजिल से ऊंची कोई भी ईमारत नहीं बन सकती।
निगम की नाक तले बन रही अवैध इमारतें।
शहर में स्थित दमोरिया पुल से किशनपुरा चौक जाते हुए लेफ्ट साइड मे कमर्शियल ईमारत बन रही हैं। लेकिन निगम के अधिकारियों को ये नजर नहीं आ रही। इस कारण अवैध इमारत बनाने वालों के हौसलें बुलंद हैं।
नोटिस भेज कर कर देते हैं खानापूर्ति अधिकारी।
जालन्धर(NIN NEWS): शहर में जब भी कोई अवैध इमारत का निर्माण शुरु होता है तो निगम के अधिकारी उस ईमारत को रोकने के लिए नहीं आते। लेकिन जब ईमारत बनकर तैयार हो जाती है तो निगम के अधिकारी उनके पास आते हैं। लेकिन पता नहीं उनमें क्या बात होती है कि उसके बाद वे उससे भी ऊपर वाली मंजिल बनाना शुरू कर देते हैं। अपना दामन पाक साफ दिखाने के लिए निगम अधिकारी अवैध इमारतें बनाने वाले लोगों को नोटिस जारी करके खानापूर्ति कर देते हैं। इसके बाद भी वे इमारतें बनती रहती हैं।
पहले भी सील हो चुकी है ग्राउंड फ्लोर, पर फिर भी बिल्डिंग मालिक द्वारा ग्राउंड +2 फ्लोर की गई उसारी।
पिछले दिनों ग्राउंड फ्लोर वाली इमारत को सील कर दिया गया था बावजूद इसके बिल्डिंग मालिक के हौसले बुलंद हो रहे हैं और यह बिल्डिंग एक फर्नीचर के मालिक द्वारा बनाई जा रही है। इस बारे में इंस्पेक्टर मनीष से बात की तो उन्होंने बताया कि जल्द ही बिल्डिंग को तोड़ने का आर्डर निकाल दिया जाएगा।