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कलम बेचने को मजबूर देश का सुनहरा भविष्य ???
बाल श्रम कानूनन अपराध हैं,
जयपुर(किशन कुमार महर्षि, नवीन):
फिर भी नाबालिक बच्चें पेट की आग एवं अभिभावकों की तृष्णा को शान्त करने के लिये
खुद शिक्षा से वंचित हो कर सरेआम सड़क पर व्यस्त यातायात के बीच में जान जोखिम में डालकर भी कलम बेचकर आर्थिक उपार्जन करने को मजबूर हो रहे हैं।
बड़ी शर्म की बात है देश – प्रदेश की सरकार के लिए कि सरकार के मुखिया एवं इनके सरकारी तंत्र इतने लाचार एवं लापरवाह है कि वह देश के युवा भविष्य,बालक एवं बालिकाओं के लिए दो जून की रोटी एवं शिक्षा के साथ सम्मानजनक जीवन यापन करने की भी जिम्मेदारी नही निभा पारहें है।
कब होगा देश के बालक एवं बालिकाओं और युवाओं के सुनहरे भविष्य में बाधक समस्याओं का स्थाई समाधान ?
जवाब मांगता है सरकार,जनतंत्र आपसे।