no entry of devotees in Bhasma Aarti of Mahakal temple | अब नहीं होगी महाकाल मंदिर की भस्म आरती में श्रद्धालुओं की एंट्री? सरकार ने जारी की ये गाइडलाइन

डिजिटल डेस्क, उज्जैन। ओमिक्रॉन ने भारत में अपने पैर पसारना शुरु कर दिया है। अब तक देश लगभग 17 राज्यों में ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की पुष्टि की गई है। इसे देखते हुए आगामी त्यौहारों को लेकर राज्य सरकारों ने गाइड लाइन जारी कर दी है। कई राज्यों में क्रिसमस और न्यू ईयर पर पार्टी बैन करते हुए नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है।
वहीं मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर की मशहूर भस्म आरती पर भी ओमिक्रॉन का खतरा मंडरा रहा था, जिसे देखते हुए प्रशासन ने भस्म आरती में श्रद्धालुजनों का प्रवेश बंद कर दिया है। वहीं ओमिक्रॉन की वजह तीसरी लहर आने का खतरा मंडरा रहा है, जिसे देखते हुए मध्य प्रदेश में नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। यही कारण है कि, महाकाल की भस्म आरती में अब आपकी एंट्री नहीं होगी। इतना ही नहीं अब जल्द ही रात की शयन आरती में भी बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है।
महाकाल में कब से होंगे नियम लागू
बता दें कि, शनिवार से महाकालेश्वर की भस्म आरती में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर एंट्री बंद हो जाएगी। आज यानि कि शुक्रवार को आरती का आखिरी दिन था। कल से आरती में आप नहीं जा सकेंगे। क्योंकि, गुरुवार रात सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जनता को संबोधित करते हुए प्रदेश में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया था। बता दें कि, महाकाल की भस्म आरती में करीब 15 सौ से 2000 श्रद्धालुजन शामिल होते रहे हैं।
दिसंबर से हुई थी आरती की शुरुआत
भक्तों के सबसे ज्यादा इस बात का दु:ख है कि, कोविड की वजह से भस्म आरती पिछले कई समय से बंद थी और 6 दिसंबर से ही इसे दोबारा खोला गया था। लेकिन, मात्र 17 दिन के बाद भस्म आरती में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया। साथ ही जो बुंकिंग की गई थी। उन्हें भी तुरंत रद्द कर दिया गया।