राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा भारतीय स्टार्टअप ने 6 लाख से अधिक रोजगार सृजित किए | President Ram Nath Kovind said Indian startups have created more than 6 lakh jobs
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय स्टार्टअप की सफलता की कहानी की सराहना करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को कहा कि तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम ने अब तक 6 लाख से अधिक नौकरियां पैदा की हैं। संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा कि 2016 से भारत ने 56 विभिन्न क्षेत्रों में 60,000 स्टार्टअप देखे हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा, हमारा स्टार्टअप उद्योग भी अनंत नई संभावनाओं का एक उदाहरण है जो हमारे युवाओं के नेतृत्व में तेजी से आकार ले रहा है। 2016 से, हमारे देश में 56 विभिन्न क्षेत्रों में 60,000 नए स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, इन स्टार्टअप्स द्वारा छह लाख से अधिक नौकरियां पैदा की गई हैं। 2021 में, कोरोना काल के दौरान, भारत में 40 से अधिक यूनिकॉर्न स्टार्टअप उभरे, जिनमें से प्रत्येक का न्यूनतम बाजार मूल्यांकन 7,400 करोड़ रुपये (1 बिलियन डॉलर) था। इस महीने नैसकॉम-जि़नोव की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय स्टार्टअप ने 2021 में रिकॉर्ड 24.1 बिलियन डॉलर जुटाए, जो पूर्व-कोविड स्तरों पर दो गुना वृद्धि थी, जबकि 11 स्टार्टअप आईपीओ के साथ सार्वजनिक बाजारों के माध्यम से 6 बिलियन डॉलर जुटाए गए थे। 2021 में 2250 से अधिक स्टार्टअप को जोड़ते हुए, भारतीय टेक स्टार्टअप आधार में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जो कि 2020 की तुलना में 600 अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 70 यूनीकॉर्न्स के लिए लेखांकन, 2021 में 18 क्षेत्रों में रिकॉर्ड संख्या में नए यूनीकॉर्न्स (42) जोड़े गए, जो अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है, जिसमें नए जोड़े गए यूनीकॉर्न्स का संचयी मूल्यांकन लगभग 90 बिलियन डॉलर है।
कोविंद ने यह भी कहा कि सरकार की नीतियों के कारण आज भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी की लागत और स्मार्टफोन की कीमत दुनिया में सबसे सस्ती है। उन्होंने कहा, इससे हमारी युवा पीढ़ी को बहुत फायदा हुआ है। भारत 5जी मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी काफी तेजी से काम कर रहा है, जो नए अवसरों के द्वार खोलेगा। राष्ट्रपति ने कहा, अर्धचालकों पर भारत के प्रयासों से हमारे स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र को काफी लाभ होगा। सरकार ने कई नीतिगत फैसले लिए हैं और कई नए क्षेत्र खोले हैं ताकि हमारे युवा तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने स्टार्टअप बौद्धिक संपदा संरक्षण कार्यक्रम के माध्यम से जानकारी दी कि सरकार ने पेटेंट और ट्रेडमार्क से संबंधित प्रक्रियाओं को सरल और तेज किया है। कोविंद ने कहा, परिणामस्वरूप, इस वित्तीय वर्ष में लगभग 6 हजार पेटेंट और 20 हजार से अधिक ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया गया है।
(आईएएनएस)